भूख ना लगना
अरुचि
Anorexia
खाना खाने की इच्छा ना होने को ही अरुचि कहा जाता है। इस बीमारी में खाना खाने में रूचि नहीं होती या भोजन की इच्छा समाप्त हो जाती है। कभी कभी भूख होते हुए भी भोजन करने में असमर्थ हो तो इसे भी अरुचि ही बोलते हैँ।
भोजन स्वादिष्ट हो और भूख भी लगे रहे मगर खाना खाने का मन ना हो या भोजन गले के नीचे ना उतरे तो यह भी अरुचि है।
अधिकांश रोगी में यह कई दूसरे रोगों के लक्षण के रूप में उभरता है और कई में खुद एक बीमारी के रूप में भी होता है।
प्रमुख कारण
Causes of Anorexia
- मानसिक कारण
- तनाव, अधिक चिंता
- हिस्टीरिया, डर, अधिक लालच, गुस्सा या अनिद्रा
- किसी प्रकार का दवाब
- जिद्दी तथा अधीरता
- शारीरिक कारण
- पेट में कीड़ा होना
- लिवर का कोई बीमारी होना या आमाशय की खराबी
- धूम्रपान तथा ड्रग्स का प्रयोग
- शराब का ज्यादा सेवन करना
- टीबी के रोगियों को प्रायः अरुचि हो जाया करती है
- बुखार, कब्ज, निमोनिया, मले रिया, चेचक आदि
- किसी बीमारी के कारण जब बिस्तर पर काफी दिन तक रहना पड़े तब भी अरुचि हो सकती है।
इस बीमारी में शारीरिक कारणों के ज्यादा मानसिक कारणों पर ध्यान देना चाहिए।
अन्य कारण – अच्छा और अधिक भोजन करना लेकिन दिन भर कोई काम नहीं करना भी इसका कारण है।
कुछ अन्य बीमारियों के कारण शरीर में होने वाली चयापचय क्रिया बहुत धीरे धीरे होने लगती है जिसके कारण अरुचि या भूख ना लगने की शिकायत हो जाती है।
लक्षण
Symptoms of Anorexia
- रोगी को खाना खाने या भोजन से कोई रूचि नहीं रहती खाना भी शुरू करे तो थोड़ा सा खाकर उठ जायेगा।
- मुँह का स्वाद कड़वा, कसैला होना
- रोगी को खट्टी डकार आती है या सूखा डकार
- कब्जियत और बेचैनी होना
- मुँह में पानी भर आता है और पेट भारी लगता है।
- लगातार वजन में कमी होते जाना
- मुँह से दुर्गन्ध आना
- चेहरा मलिन होना और थोड़ा काम करने से ही थकावट महसूस होना।
- थोड़ा खाने से ही पेट भरा महसूस होता है।
- अधिक दिन तक यह रोग रहने से एनीमिया भी हो सकता है।
- ह्रदय के पास जलन और प्यास ज्यादा लगना।
ईलाज
Homeopathic medicine of anorexia
जैन्शियाना ल्युटिया Q या 30, दिन में 3 बार- किसी बीमारी के बाद भूख नहीं लगना, खानाखाने के आधा घंटे पहले थोड़ा पानी में इस दवा की 10 बूंद लेने से भूख लग जाती है।
चाइना 30, दिन में 3 बार – भूख न लगना लेकिन खाना शुरू करते ही भूख का लौट आना
नक्स वोमिका 30, दिन में 3 बार- भूख न लगने पर मुह का स्वाद कड़वा, मसालेदार या गरिष्ठ भोजन ज्यादा खा लेने के बाद भूख का न लगना
कार्बो वेज 30, दिन में 3 बार- डकार आना, हाथ पैर ठंडा , छाती में दर्द
लायकोपोडियम 30, दिन में 3 बार – गर्म खाना पीना अच्छा लगता है , थोड़ा सा खाते ही पेट भर जाता है , मीठा खाने की इच्छा, पेट में गैस भरी रहती है।
सबसे पहले रोग के कारण को पता करके उसको दूर करना चाहिए।
खानपान
रायता, अचार, अलग अलग चटनी आदि स्वाद बदलने वाले चीजें दें।
हल्का और जल्दी पचने वाली चीजें देना चाहिए।
गाय का दूध, आम, घी, पपीता, मूँग, मूली, केला दही, मट्ठा, अदरक, काला नमक ये सब देना चाहिए। भय, चिंता तथा शोक आदि दूर करने का उपाय जरुरी है।
हर लक्षणों में कृमि खत्म करने की दवा जरूर देना चाहिए।