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Senega
सेनेगा
साँस की बीमारी
खराश, बात करने से कष्ट होता है। खाँसने से पीठ मे बहुत जोर से दर्द होना। आवाज बैठ जाना, बार बार खाँसी होना। दमा, पुरानी खाँसी और ब्रॉन्काइटिस जो हर बार जाड़े मे बढ़ जाती है।
गला
जोर से बोलने पर अचानक गला फंस जाता है और आवाज बैठ जाता है। गले मे बलगम जमा रहता है जिससे अच्छी तरह बोल नहीं सकना। वोकल कॉर्ड का ठीक से काम नहीं कर पाना या उसका पक्षाघात की स्थिति।
ब्रोँकाइटिस
श्वास नली के भीतर बहुत अधिक श्लेष्मा जमा रहता है जो आसानी से नहीं निकलता। साँस मे तकलीफ और छाती मे बहुत तेज दर्द होना। फेफड़े मे सूजन, घड़ घड़ की आवाज होना। खाँसने और जोर से साँस लेने पर दर्द और बढ़ जाता है।
आँख
वस्तु दो दिखाई देते हैँ, आँख के सामने चिंगारियां उड़ते हुए दिखाई देते है। बार बार आँखों को पोंछने की जरूर पड़ती है। सिर को पीछे मोड़ने पर आराम। आँखों के मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद जब लेंस के कण या टुकड़े रह जाने के बाद उसका शीघ्र अवशोषण करने के लिए।
मूत्र
पेशाब की लगातार इच्छा मगर पहले और पेशाब के बाद जल जाने की तरह कष्ट महसूस होना। पेशाब बहुत कम मात्रा मे होना और उसमें टुकड़े और श्लेष्मा निकलना। पीठ और किडनी के जगहों पर तेज दर्द।
चेहरे का बायीं ओर का लकवा या पक्षाघात, मुँह और ओठ के कोने मे जलनयुक्त फफोले तथा नाक से पानी के तरह सर्दी बहना और लगातार छींक आना।
लक्षणों मे कमी – पीछे की ओर सिर को झुकाने से, डकार आने पर, खुली हवा मे टहलने से
लक्षणों मे वृद्धि – छूने पर, आराम करने से और स्थिर रहने से, सुबह और रात मे, गरम हवा से, दबाने से
क्रियानाशक – ब्रायोनिया, आर्निका, बेलाडोना, कैम्फर
बाद की दवा – फॉस्फोरस, सल्फर, लाइकोपोडियम, कैल्केरिया
पोटेंसी – Q से 200